क्षमता में सुधार और साझा संसाधनों के निर्माण के लिए एक सामंजस्यपूर्ण डी-साइलोएड दृष्टिकोण विकसित करने के लिए भारत सरकार के विभागों, संगठनों और एजेंसियों के साथ समन्वय करना।
विभागों, मंत्रालयों और भाग लेने वाले संगठनों की वार्षिक क्षमता निर्माण योजनाओं को तैयार करने में सुविधा प्रदान करना और प्रधानमंत्री सार्वजनिक मानव संसाधन परिषद (पीएमएचआरसी) को अनुमोदन के लिए एकत्रित योजनाओं को प्रस्तुत करना।
लक्ष्य प्राप्ति के साथ सिविल सेवाओं पर वार्षिक मानव संसाधन रिपोर्ट तैयार करना।
सरकार में उपलब्ध मानव संसाधन का अध्ययन करना और क्षमता निर्माण प्रयासों के परिणामों का आकलन करना।
शिक्षाशास्त्र, योग्यता संरचना, योग्यता अंतर मूल्यांकन आदि पर अनुसंधान करने के लिए सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों के साथ समन्वय सहित प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण, शिक्षाशास्त्र और कार्यप्रणाली के मानकीकरण पर सिफारिशें करना।
कार्मिक/मानव संसाधन और डी. ओ. पी. टी. के लिए क्षमता निर्माण के क्षेत्रों में नीतिगत हस्तक्षेप पर सिफारिशें करना।
क्षमता निर्माण के विभिन्न पहलुओं जैसे सामग्री निर्माण, योग्यता मानचित्रण, प्रतिक्रिया आदि से संबंधित आई. जी. ओ. टी.-कर्मयोगी से उत्सर्जित डेटा का विश्लेषण शुरू करना।
प्रधानमंत्री सार्वजनिक मानव संसाधन परिषद (पीएमएचआरसी) और मंत्रिमंडल सचिवालय समन्वय इकाई के समग्र मार्गदर्शन में एक वैश्विक सार्वजनिक मानव संसाधन शिखर सम्मेलन आयोजित करना।
सभी लोक सेवकों को प्रशिक्षण प्रदान करने में लगे संस्थानों पर कार्यात्मक पर्यवेक्षण का अभ्यास करना।